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उत्तराखंड की अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ संसदीय क्षेत्र से लगातार तीसरी बार चुनाव जीते अनुभवी अजय टम्टा को मोदी सरकार में बड़ी जिम्मेदारी मिली है। उन्हें केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया है।

कुमाऊं से केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले वह छठे सांसद हैं। आज अजय टम्टा ने जो राजनीतिक मुकाम हासिल किया है इसके पीछे उनका सरल स्वभाव और बेदाग छवि बड़ा कारण है। उन्होंने 29 वर्ष के राजनीतिक सफर में निर्विवाद रहकर पार्टी को मजबूत करने का काम किया। जनता के बीच भी उनकी गहरी पकड़ रही है। यही कारण रहा कि उन्हें लगातार तीसरी बार जनता ने रिकॉर्ड मत देकर दिल्ली भेजा।

अल्मोड़ा संसदीय सीट से सांसद केंद्र में राज्य मंत्री बने 52 वर्षीय अजय टम्टा ने 23 साल की उम्र में अपने सियासी सफर की शुरुआत की थी। वर्ष 1996 में जिला पंचायत सदस्य के रूप में उनकी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत हुई। इसी वर्ष वह जिला पंचायत उपाध्यक्ष चुने गए। वर्ष 1999 से 2000 तक जिला पंचायत अध्यक्ष रहे और तब उन्होंने सबसे कम उम्र का जिपं अध्यक्ष बनने का रिकार्ड बनाया। 2007 में भाजपा के टिकट पर सोमेश्वर सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ा और देहरादून पहुंचे। 2009 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन जीत हासिल करने से चूक गए।

2012 में सोमेश्वर से भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। पार्टी ने वर्ष 2014 में उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए मैदान में उतारा और जीत दर्ज करने के बाद उन्हें केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री बनाया गया। 2019 के लोकसभा चुनाव में रिकार्ड मतों से लगातार दूसरी जीत दर्ज कर दिल्ली पहुंचे।

2024 के चुनाव में भी परिणाम उनके और पार्टी के पक्ष में आए। इस सीट पर जीत की हैट्रिक लगाने वाले अजय को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल कर राज्य मंत्री बनाया गया है। केसी पंत, एनडी तिवारी, हरीश रावत, बची सिंह रावत, अजय भट्ट के बाद वह केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले छठे सांसद है।