
कुमाऊँ की कांशी के नाम से विख्यात बागेश्वर जिले का प्रसिद्ध एतिहासिक, धार्मिक, पौराणिक उतरायणी मेला 2025 का उद्घाटन प्रशाशनिक व्यस्थाओं के बीच आयुक्त कुमाऊँ मंडल दीपक रावत द्वारा फीता काट कर दिया गया है, बाबा बागनाथ मन्दिर के सरयू और गोमती तट पर ऐतिहासिक मेला कुली बेगार आंदोलन कि याद में हर वर्ष चलाया जाता है, उतरायणी मेला उद्धाटन से पूर्व, स्थानीय स्कूली बच्चों, और स्थानीय लोगों ने पारम्परिक वेश भूषा में बागेश्वर नगर में प्रभात फेरी, और झांकी निकाल कर ऐतिहासिक मेले को सफल बनाने का प्रयास किया गया, झांकी में आर्मी बैंड ने जहां देश भक्ति का जोश भरा तो कलाकारों व स्कूली बच्चों ने स्थानीय पारम्परिक संस्कृति के साथ ही विविध प्रांतों की संस्कृति की छटा बिखेरी , झांकी तहसील परिसर से शुरू होकर नुमाईश मैदान में जाकर समाप्त हुई। ऐतिहासिक उतरायणी मेले का उद्घाटन करने बागेश्वर पहुंचे, कुमाऊँ आयुक्त दीपक रावत ने सभी मेलाथिर्यो से लोकल हेंन्डि कराफ्ट लेने का अनुरोध भी किया गया है , जिलाधिकारी बागेश्वर विनीत कुमार, कपकोट विधायक सुरेश सिंह गढिया सहित वरिष्ठ न्यास के अध्यक्ष दलीप सिंह खेतवाल ने भी सभी को उतरायणी मेला 2025 कि शुभकामनाएँ भी दी है,