
देहरादून। मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने गुरुवार को सचिवालय में प्रदेश के राष्ट्रीय राजमार्गों की समीक्षा की। उन्होंने एनएच पीडब्ल्यूडी और एनएचएआई की सड़कों की प्रगति का जायज़ा लिया और बॉटल नेक दूर करने के लिए शीघ्र योजना बनाने तथा समयबद्ध कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
वन एवं वन्यजीव इलाके की सड़कों की स्वीकृति के लिए लगातार प्रयास करने और लंबित मामलों के निस्तारण हेतु जिलाधिकारियों और वन विभाग के साथ बैठकें आयोजित करने को भी कहा।
मुख्य सचिव ने ऋषिकेश-शिवपुरी बाईपास, कलियासौड़ और जोशीमठ रिअलाइनमेंट कार्यों के लिए टाइमलाइन तय करने के निर्देश दिए और कहा कि समानांतर कार्य जल्द शुरू किए जाएं।
एनएचएआई के अंतर्गत बल्लूपुर-पांवटा साहिब, झाझरा-आशारोड़ी चार लेन, हरिद्वार बाईपास सहित अन्य परियोजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की गई और इन्हें तय समय में पूरा करने के निर्देश दिए।
सचिव पंकज कुमार पाण्डेय ने बताया कि प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई 3589.99 किमी है। इनमें से 2028.19 किमी एनएच पीडब्ल्यूडी, 986.8 किमी बीआरओ, 130 किमी एनएचआईडीसीएल और 445 किमी एनएचएआई के अंतर्गत हैं। चारधाम यात्रा मार्ग के 53 में से 47 कार्य स्वीकृत हो चुके हैं, 42 कार्यों का अवार्ड हो चुका है जिनमें से 30 पूर्ण और 12 पर काम जारी है। 5 कार्यों का अवार्ड और 6 की स्वीकृति बाकी है।
बैठक में अपर सचिव विनीत कुमार, एनएचएआई के रीजनल ऑफिसर विशाल गुप्ता और पीडी पंकज भी मौजूद थे।